अगर आप में है ये Talent

 अगर आप में है ये Talent  

इस दुनिया में हर इंसान की कुछ आदतें और खूबी होती है जैसे कुछ करने की आदत तो कुछ पाने की आदत तो आज आपको एक काम करना है आपको अपने आप को compare मतलब तुलना करना है उन लोगो से जो बहुत ज्यादा सफल है क्योकि आज मैं आपको इस post में उनकी आदतों को बताऊंगा। कुछ लोगो के मन में ये बात आ रही होगी की ये आदते हमे सफल और अमीर कैसे बना सकती है। तो देखो इस दुनिया में जितने भी इंसान है न उनका एक behavioral pattern होता है मतलब की वो क्या कब और किस टाइम पे क्या सोचते है उनको ध्यान से study किया जाता है उनको समझा जाता है तो इन्ही research से कुछ बाते निकल कर आती है जो मै आज इस post के माध्यम से बताने वाला हूँ और और आप जानते हो की सबसे मजेदार बात क्या है की ये तुलना आपको आपके future यानि भविष्य के बारे में बतायेगी। आपकी उम्र अभी जितनी है अभी तो आप सोच भी नहीं सकते हो की आने वाले 5 सालो में आप कहाँ होंगे। अभी तो आप अपनी काबिलियत को भी नहीं जानते हो और ये post आपको आपकी आगे की सफलता की झलक देगी इस लिए इस post को एकदम last तक पढ़ना की ये हो सकता है की last में आपको ये पता चले की यार में तो successful बने वाला हूँ आप बहुत सफल और अमीर बने वाले हो और ये बात आपको आज तक ये पता भी नहीं थी।  


सफल होने की इच्छा ---

हाँ मै जानता हूँ की सफल होने की इच्छा सबके अंदर होती है और इस दुनिया का कोई भी ऐसा इंसान नहीं होगा जो अपने जीवन में सफल बने की इच्छा न रखता हो और किसके अंदर नहीं होगी। main बात ये है की क्या आपके अंदर सच में सफल है कोई भी आपसे ये पूछे की क्या तुम सफल और अमीर बना चाहते हो तब तो आप यकीन के साथ बोलोगे की हाँ मै सफल और अमीर बना चाहता हूँ लेकिन वो केवल आपके ऊपर का उत्तर होता है आप अपने अंदर झाँक के देखो क्या आप के अंदर वो desire है वो आग जैसी इच्छा है सफल होने की। जब आप किसी celebrity को देखते हो तब क्या आपका पहला विचार ये आता है की मैं भी वैसी life पाना चाहता हूँ या उससे अच्छा बना चाहता हूँ ये विचार करना कोई मुश्किल काम नहीं है आप खुद जानते हो क्या आपके अंदर सफल होने की भरपूर इच्छा है की नहीं और जहां तक मुझे लगता है आपके अंदर ये इच्छा जरूर होगी। 


प्रतियोगी भावना --

competitive का मतलब आपके अंदर एक प्रतियोगी भाव हो एक ऐसी सोच जो ये कहती है की मै उससे ज्यादा अच्छा करुगा या कर सकता हूँ। इससे कोई मतलब नहीं है की आपको क्या करना पड़े आपको जो भी करना पड़े बस एक desire कहती है की चाहे कुछ भी हो जाये मैं तुम से अच्छा कर सकता हूँ करके दिखाऊंगा। हाँ देखो real life की बात करे तो ऐसा हर समय नहीं होता की आप हर काम को सबसे अच्छा कर लेते हो पर जिनके अंदर बार-बार try करने की इच्छा होती है न वो ज्यादातर जीतते है और जानते हो इसी के चलते वो अपना real talent उसकी असल प्रतिभा को पहचान लेता है। हर इंसान के अंदर अलग-अलग खूबी होती है तो ये भी जान लो अगर आप super competitive हो यानि हर चीज़ में आपको आगे निकलने की एक चाह है तब तो आप ज्यादातर चीज़ो में सफलता हसिल करोगे हारोगे भी पर ये बात सच है की आपको ज्यादातर सफलता ही हाथ लगेगी। इस दुनिया में एक ऐसी चीज़ है जो आपसे अच्छा और कोई नहीं कर सकता है और इस कॉम्पिटिवे nature के चलते आखिर में आप उस चीज़ को समझ लेते हो उसी nature के चलते आप अपने अंदर के talent को जान लेते हो अगर अपने उसको खोज लिया तब आपको सफल और अमीर बने से कोई नहीं रोक सकता है। मै आपको एक example से समझाने की कोशिश करता हूँ मान लो एक office में एक ऐसा इंसान है जो सबसे ऊपर है जिसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है और मान लो आप भी उसी जगह job करने आये हो और आप नये हो तो अगर आप उस level तक पहुँचना चाहोगे जहाँ पर वो इंसान है तभी आप उसे हासिल करने के लिये काम करना शुरू करोगे तो इसके लिए पहले आप के अंदर वो अटल इच्छा यानि desire का होना बहुत जरूरी है desire ही नहीं होगा तो आप थोड़ी न उसे पछाड़ दोगे लेकिन अगर आप के अंदर आगे निकलने की इच्छा बनी रहेगी तो आप उसे एक दिन जरूर पीछे छोड़ दोगे। 


काम खत्म करना -

किसी भी चीज़ को खत्म करने की आदत या भूख। जब आप कोई game खेलते हो तो क्या आपको ऐसा लगता है की नहीं अब मुझे इसे खत्म करके ही जाना है। हर चीज़ को complete करने की इच्छा रहती है मतलब यदि एक बार कुछ ठान लिया तो उसे पूरा करके ही जाना है चाहे कुछ भी हो जाये। सफल लोग अपने आपको रोक नहीं पाते है क्योकि उन्हें कोई काम पूरा कर के ही जाना है ही अच्छा लगता है। जो इंसान इंसान हर एक दिन अलग-अलग करने की सोचता है वो इंसान किसी एक काम पर अपना पूरा फोकस नहीं कर पाता है और यही कारण है की वो न तो घर का रहता है और न ही घाट का मेरे कहने का क्या मतलब था आप अच्छे से समझ ही गये होंगे। सीधी सी बात है काम को complete करने की आदत हर सफल और अमीर इंसान के अंदर होती है और आप ने देखा भी होगा ऑफिस में की बॉस किस तरह से आप सब लोगो को presser करता है मतलब वो इंसान और भी ज्यादा सफल और अमीर बने की सोच रखता है जिस के चलते हो आज आपका boss है। 

एक अलग सोच -

एक ऐसा दिमाग जो हर टाइम कुछ सोचता रहता है जैसे- अगर ये हो गया तो क्या होगा, वो हो गया तो क्या होगा, अगर वो मुझे मिल गया तो क्या होगा, अब आगे क्या करना है कैसे करना है आदि। मेरा सवाल है आप से क्या आपके अंदर भी ऐसा कुछ चलता रहता है नीचे कमेंट में मुझे जरूर बताना। एक एक्सपम्ल से मे इस बात को समझाता हूँ आप लोगो को एक classroom में दो बच्चे बैठे है एक बच्चा simply book को पढ़ रहा है और दूसरा ये सोच रहा है की अगर हमारे स्कूल की building अचानक से गिर जाएगी तो क्या होगा। ऐसी अजीब सोच को जो रखते है न वो out of the box thinking करने में सफल रहते है मतलब सोच की सीमा को तोड़ कर उसके परे वो सोच पाते है और वही जो normal book पढ़ते है वो उसी limited knowledge के अंदर रहते है महान वैज्ञानिक Albert Einstein ने कहा था की "imagination is more important than knowledge " ज्ञान चाहे किसी भी field का ज्ञान एक सीमित दायरे में होता है पर आपकी सोच की कोई सीमा नहीं होती है ये unlimited होती है।     


जूनून से भरा हुआ -

अगर आपको किसी चीज़ को पाने की इच्छा होती है तो क्या आप उसे पा के ही दम लेते हो मतलब आपके अंदर एक जूनून होता है मुझे वो चाहिये तो चाहिये। बिल्कुल एक छोटे बच्चे की तरह जूनून ये एक simple सी fact है की जैसे-जैसे आप बड़े होते हो वैसे-वैसे आपका जूनून कम होने लगता है वो जिद कम हो जाती है जो पहले थी पर अगर आप में थोड़ी सी भी जूनून है न किसी भी चीज़ के लिए तब आप आगे जा कर सफल इंसान बन सकते है क्योकि इतिहास में आप किसी भी सफल इंसान को उठा लो उसके अंदर जूनून भर-भर के है तो ये जो जूनून है न वो आपके अंदर होना बहुत ही ज्यादा जरुरी है अगर आपके अंदर है तो बहुत अच्छी बात है तो आज से ही इसको अच्छे काम पर लगा दो और अगर नहीं है तो कोई बात नहीं आप ऐसी habit को बना लो। 

और पाने की इच्छा -

कोई भी चीज़ आपको मिले और उसके मिलने के बाद क्या आपको ये लगता है की आप और deserve करते हो आपको और मिलना चाहिए क्या आपको अभी की परिस्थिति में गुस्सा आता है। देखो आपको शायद ये लगे कि गुस्सा तो एक नकरात्मक चीज़ है पर मेरे दोस्त अगर आप गुस्से को आप एक अच्छे तरीके से इस्तमाल करो तो ये आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हो सकती है इस गुस्से को एक ऊर्जा की तरह इस्तमाल करना चाहिए अपने फायदे के लिए और chances है आप शायद ये नहीं करते हो। आपके अंदर अभी की परिस्थिति से ऊपर उठने की ऊर्जा तभी आयेगी जब आप अपनी अभी की परिस्थिति से संतुष्ट नहीं होंगे तो ऐसे मामले में desire for more वाली बात काम करती है। आपको हमेशा और चाहिये ये और कभी खत्म नहीं होता जितना भी मिले आपको कम ही लगता है और इसी के चलते आप और ऊपर उठते रहते हो। सफल लोग उन लोगो को नहीं देखते है जो उनके नीचे है उन लोगो को देख कर कभी खुश नहीं होते है वो उन लोगो को देखते है जो उन से भी ऊपर है ताकि वो नीचा feel कर सके और उनके अंदर और ऊपर उठने की इच्छा आ सके।



                                                                 हाँ मैं जानता हूँ यहाँ पर jealousy की बात आती है देखो एक simple सी बात है jealousy सबके अंदर होती है अगर कोई आपसे कहे की मेरे अंदर jealousy नहीं है तो इसका मतलब वो सच नहीं बोल रहा है। jealousy और कुछ नहीं बल्कि एक emotion है जो सब के अंदर होता है इस jealousy को आप अच्छे से इस्तमाल करेंगे तो उसे अच्छा टूल और कुछ भी नहीं है। जो असफल लोग होते है वो केवल जलते रहते है और बस चलते रहते है और जो सफल होते है वो शुरू में तो जलते है पर उस जलन के चलते उनके अंदर और पाने की आग आ जाती है की हाँ मैं तुम से अछा कर के रहुँगा वो jealousy को एक औजार की तरह इस्तमाल करते है और ये आदत उन लोगो को सफल बनती जाती है।

                                                                 अगर आपके अंदर ये आदते नहीं है तो कोई बात नहीं ये आदते आप आज से ही अपने अंदर डाल लो ताकि आप अपने जीवन में सफल बन सको। अगर आप की भी age अभी कम है तो आज से इन आदतों को अपने जीवन में शामिल क़र लो तभी आप अपने जीवन में सफल हो सकते हो।
anoop pratap singh

Hello every one my name is Anoop pratap singh and i have passed 10 + 2 examination form Lucknow and now i am pursing B.sc form Kanpur university in Kanpur. i create this blog for share knowledge and i am the owner of duniya ki amazing facts blog.

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